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छोटी सी उम्र और सर पर इतना बोझ, ज़िम्मेदार कौन
-इमरान ज़हीर
देश विदेश में पीतल नगरी के नाम से विख्यात उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर में बाल मजदूरी का भी बोल बाला है | शहर के अधिकतर गली, मोहल्ले में छोटे -छोटे कारखाने मौजूद है जिसमे बच्चो से काम लेते देखा जा सकता है | महंगाई के इस दौर में युवको की अपेक्षा बच्चो को एक चौथाई रकम दे कर उनसे काम लिया जा रहा है लेकिन प्रशासन इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है |
गौरतलब है की बढ़ती महंगाई को देखते हुए कारखानेदार वयस्कों को नौकरी पर ना रख कर बच्चो से एक चौथाई रकम दे कर काम करवा रहे है | शहर के संकरी और छोटी गलियों में खुले कारखानों में इन बच्चो से काम करवाते देखा जा सकता है | खेलने कूदने और पढने लिखने की उम्र में ये बच्चे भारी सामान को उठा कर दो पैसे के लिये जद्दोजहद करते क्यों नज़र आ रहे है ये एक बड़ा सवाल है लेकिन इस सवाल की गहराइयों तक अगर पंहुचा जाये तो कुछ ऐसी सच्चाई भी सामने आयगी जिसे सुन कर हर कोई सकते में पड़ जायेगा| जी हाँ, बाल मजदूरी करने के पीछे कुछ के सामने उनके घर की माली हालत ज़िम्मेदार है तो कुछ के लिये उनके खुद के परिजन और कुछ के लिये बाल मजदूरी करवाने वाले गिरोह जो अच्छे पैसे का प्रलोभन दे कर उनकी ज़िन्दगी से खेल रहे है |
एक सामान्य परिवार के बच्चे भी इस प्रथा में लिप्त होते नज़र आ रहे है दूसरे बच्चो को देख कर उनके मन में भी पैसे कमाने की होड़ घर कर गई है जिसके बाद ये भी इस मजदूरी में लिप्त हो कर अपने ज़िन्दगी को ख़राब कर रहे है | फैक्ट्री में माल की सप्लाई देने वाले वाहन भी ऐसे बच्चो को अपनी गाड़ियों के साथ रखते है जो इनका माल गाडी से उतार कर रखने का काम करते है थोड़ी सी उम्र और सर पर इतना बोझ देख कर कोई भी ये कह उठेगा की ये तो बच्चो के साथ अन्याय है लेकिन इसके विपरीत इन सब से अनजान शहर का प्रशासन मौन है |
वहीँ शहर के संभल चौराहे पर बने पुल पर भी ऐसे बच्चो को देखा जा सकता है जो भारी रिक्शा और माल लदे ठेले को पुल पर धक्का लगा कर पुल पार करवाते है जिसके बदले उन्हें 4 से 5 रूपये दिए जाते है | ताज्जुब वाली बात है की ये सब पुलिस की आँखों के सामने होता है लेकिन पुलिस कुछ भी नहीं करती | ऐसा लगता है की किसी गिरोह द्वारा इन बच्चो से पुल पर काम करवाया जा रहा है क्यूकी नियमित रूप से इन बच्चो को इसी पुल पर देखा जा सकता है | कभी कभी इन बच्चो के द्वारा धक्का लगाने के बाद लोगो का माल उड़ाते भी देखा गया है |
Writer:zninews(
2017-07-27
)
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